Page 12 - Oct-Dec 2013
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       हरकीरत, कषिा  सात, ज्ान भारती सक ू ि, नई हद्िी  योधगता, कषिा आठ, मुक ुं द िाि पजबिक सक ू ि, यमुनानगर
       पी.  श्ी  भाग्विी,  कषिा  नौ,  रामडभुगभु  अनभुररथा,  कषिा  नौ,  जी.   भभुिनेशिरली  एम.,  कषिा  नौ,  श्ी  सेशास  इंिरनेशनि  पजबिक   जनिरली − माच्व 2014
       रजशम, कषिा दस भारतीय ववदया भवन पजबिक सक ू ि, हैदराबाद  सक ू ि, सेिम
       क कृ ष्ण प्काश, कषिा नौ, ववशाखा वैिी सक ू ि, ववशाखापटनम  मशिानी नेगी, कषिा नौ, रषिा अनुसनधान ववदयािय, देहरादून  डाक - भारत की शान
       िैयाांश डांगरा, कषिा नौ डी, ऑि सेंटय सीतनयर सेक ें डरी सक ू ि,   शशांक शंकर, कषिा पाँच, सकॉिस्म होम, देहरादून
       अजमेर                     श्ीयांशमान, कषिा आठ, डी.ए.वी. पजबिक सक ू ि, भुवनेशवर  भारत के  इततहास में डाक सेवा ने संचार मा्थयम
       पररधि  अग्रिा्ल,  कषिा  दस,  हद्िी  पजबिक  सक ू ि,  मारुतत   के   हररथ  रेडडी,  कषिा  आठ,  आहदतय  त्बड़िा  पजबिक  सक ू ि,   के  क ू प में प्रमुख भूलमका तनभाई है। डाक और
       क ुं ज, गुड़गांव          तडड़पत्ी, आंध्र प्रदेश
       सागररका अग्रिा्ल, कषिा छः, मशिानी शम्वा, कषिा सात, अननया   सानया पािाह, कषिा दस, महाराजा सवाई मान लसंह ववदयािय,   तार सेवा को औपचाररक रूप से अंग्रेजों दवारा
       धचनाब, कषिा छः, ममशा सूरली, कषिा सात, हद्िी पजबिक सक ू ि,   जयपुर  18 वीं शताबदी में शुरू ककया गया और तब से
       से्िर 45, गुड़गांव        देिवप्या  िमा्व,  कषिा  छः,  डी.ए.वी.  सीतनयर  सेक ें डरी  पजबिक
       सभुंगजेमक्ला,  कषिा  आठ,  माओंग्लेम्ला,  कषिा  आठ,  जॉन   सक ू ि, नारायणगढ़, अंबािा  यह िंबी दूरी के  संचार के  लिए एक महतवपूण्म
       डगिस सक ू ि , कोहहमा      िी.एस.  वप्या,  कषिा  नौ,  अरुणाचिम  हायर  सेक ें डरी  सक ू ि,   साधन बन गए हैं।
       कसांडरा ओदामी ररंझा, कषिा नौ, बी.के .बाजोररया सक ू ि, लशिांग  ध्रुवत्तर, कनयाक ु मारी
       िी. एम. सभुभाश्ी, कषिा छः, रेवूर पदमनाभ चेटिी एच.आर.   दलीक्ा मेहता, कषिा नौ, डी.ए.वी. इंिरनैशनि सक ू ि, नई हद्िी  आप  नीचे  हदए  ककसी  भी  एक  विषय  पर  पर
       मैहट्क हायर सेक ें डरी सक ू ि, चेननई  भाविका, कषिा दस, पी.क्.आर जैन सीतनयर सेक ें डरी पजबिक   िगभग 100 शबदों में लिखकर हमें भेजें:
       ददशा सिामी, कषिा नौ, पल्लिी ए नायर, कषिा नौ, तनक भुं ज   सक ू ि, अंबािा
       गोय्ल कषिा पाँच, मािि सचचर, कषिा चार, सभुमेिा, कषिा नौ   अरत्रिका पा्ल, कषिा सात, हेररिेज सक ू ि, कोिकाता  •  आपके  कसबे या शहर के  रोचक डाक और िेिीग्राि काया्मियों
       वी.वी.डी.ए.वी पजबिक सक ू ि, ववकासपुरी, नई हद्िी  अिंततका ततिारली, कषिा नौ, नेवी धच्ड्रन सक ू ि, चाण्यपुरी,   और डाकघर की ऐततहालसक इमारतों के  बारे में।
       नेहा अरोड़ा, कषिा दस, ग्रीनवुड सीतनयर सेक. सक ू ि, रामपुर  नई हद्िी  •  डाक और तार सेवाओं के  प्रकार जैसे मनीऑड्मर, अंतदवेशीय
       सभया गभुपता, कषिा पांच, बाि भारती पजबिक सक ू ि, रोहहणी,   कतनका कनौबजया, कषिा आठ, सनवे सक ू ि, रामपुर
       हद्िी                     ्लक्क्ता सेठ, कषिा नौ, अंजम्ल दया्ल, कषिा नौ हंसराज मॉडि   पत्, पोसिकाड्म, तार, आहद।
       प्भात णखरिार, कषिा गयारहवीं, सरदार पिेि ववदयािय, नई   सक ू ि, पंजाबी बाग, नई हद्िी  •  अपने डाक हिकि संग्रह से भारत के  अदववतीय डाक-हिकि।
       हद्िी                     महारायणझनी सी., कषिा दस, एम. पदमवप्रया, कषिा आठ, श्ी
       आय्वन,  कषिा  सात,  सरसवती  पजबिक  सक ू ि,  जगाधरी,   वेंकिेशवर मैहट्क हायर सेक ें डरी सक ू ि, तंजावुर  आप अपनी प्रववज्ि के  सा् रेखाधचत्, पेंहिंग, धचत् या अपने गाँव या शहर
       यमुनानगर                  ककरन, कषिा सात, सी.एम.एस सेवन वे्स, चेननई  का सवयं डडजाइन ककया पोसिकाड्म या हिकि भेज सकते हैं।
       मेताम्लया हरददर, कषिा आठ, जहानवी िंकाररया, कषिा आठ,    रूपा पटटया्ल, कषिा आठ, आर.एि.एस हाई सक ू ि, धारवाड़
       भवन का श्ी ए.के . दोशी ववदयािय, जामनगर  विदभु्ला और तानया, शारदा मंहदर सक ू ि, पणजी  प्विबषट भेजने की अंततम ततधथ : 15 नवंबर 2013
       ररतेश  िी.,  कषिा  नौ,  एतासी  हिंपनी  सिीि  लसिी  सक ू ि,   आददतयक कृ ष्णा मलहोरिा  , कषिा छः, शारदा मंहदर सक ू ि, पणजी
       ववशाखापिनम                के  श्ीतनधि, कषिा आठ, प्िवी मॉडि सक ू ि, लसकं दराबाद
       हरजीत ह भु ंड्ल, दयाि लसंह पजबिक सक ू ि, जगाधरी, यमुनानगर  अतभु्ल यादि,  कषिा नौ, नेवी धच्ड्रन सक ू ि,  ववशाखापत्तनम  अप्ै्ल − जून 2014
       मभुसकान  महेंद्ू,  कषिा  नौ,  आय्वन  खनना,  कषिा  सात,  हद्िी   ओशी अग्रिा्ल, कषिा आठ, सुहदती गिोबि एके डमी, इिावा
       पजबिक सक ू ि, अंबािा      भूमम साठे, कषिा सात रेयान इंिरनेशनि सक ू ि, सोहना रोड,   भवय पि्वत
       बजतेंद् चौिरली और जयश्ी राजपूत, गिोबि इंडडयन इंिरनेशनि   गुड़गांव
       सक ू ि, सूरत              नेहा िाििानी, कषिा दस, आिोक सीतनयर सेक. सक ू ि, उदयपुर  पहाड़ों को उनकी सुंदरता और िचीिेपन के  लिए
       ओमशन क भुं ि्ल, कषिा नौ, पाइन हॉि सक ू ि, देहरादून  पारु्ल  धचंतपल्लली,  कषिा  सात,  हद्िी  सक ू ि  ऑि  ए्सेिैंस,   जाना जाता है। भारत के  इततहास में पव्मतों की
       मानसी  कपूर,  कषिा  दस,  डी.ए.वी  पजबिक  सक ू ि,  सुखनारा,   बंजारा हह्स, हैदराबाद
       कांगड़ा                   नविका राजपूत, कषिा दस, पाइन हॉि सक ू ि, देहरादून  महतवपूण्म भूलमका रही है।
       मोना गभुपता, रेयान इंिरनेशनि सक ू ि, सोहना रोड, गुड़गांव  तनषठा अग्रिा्ल,  कषिा आठ, मॉडि अकादमी सक ू ि, जममू
       मररयम  मेममन,  कषिा  नौ,  शेरर्ल  अनना  बीजू,  कषिा  छः,   शिेता, कषिा दस, जसप्रंग डेि सीतनयर सक ू ि, अमृतसर  आप नीचे हदए ककसी भी एक विषय पर िगभग
       भारतीय ववदया भवन आतमाक ु मारी रामाराव सक ू ि, हैदराबाद  के .एस शयाम सभुनदर, लिहिि सकॉिस्म मैहट्क हायर सेक. सक ू ि,   100 शबदों में लिखकर हमें भेजें:
       अननया ततिारली, कषिा नौ, अजंता पजबिक सक ू ि, गुड़गांव  तंजावुर
       सभुषमा  एन,  कषिा  नौ,  डी.ए.वी.  पजबिक  सक ू ि,  से्िर  14,   मशिांगी शभुक्ला, कषिा दस, नेवी धच्ड्रन सक ू ि, चाण्यपुरी,   • ककसी स्ानीय पव्मत या पहाड़ी या अपने षिेत् में ककसी चटिान के  सा्
       गुड़गांव                  नई हद्िी                       जुड़ा कोई लम्क या कहानी।
       रोहन सेठी, कषिा सात, गवालियर गिोरी हाई सक ू ि, गवालियर
                                                              • पव्मतारोहण या पव्मत लशखर के  भ्रमण का एक रोमांचक अनुभव।
                     vkids lq>ko                              • आपके  षिेत् के  इततहास में ककसी पहाड़ी या एक पव्मत श्ृंखिा की भूलमका।
                                                              • ककसी भारतीय पव्मतारोही या एक रॉक पव्मतारोही की एक अनूठी कहानी।
       ्या यंग इंिैक को और अधधक रोचक बनाने के  लिए आप अपने ववचार,   अपनी प्रववज्ि के  सा् आप हमें एक रोचक रेखाधचत्, धचत् सा सवयं खींची
                                                              कोई तसवीर भेज सकते हैं।
       हिपपणी या सुझाव देना चाहेंगे? यंग इनिैक के  आगामी अंकों के  लिए नवीन
       ववषयों और ववचारों का सवागत हैं।                        प्विबषट भेजने की अंततम ततधथ: 15 फरवरी 2014
       क ृ पया इस पते पर लिखें:
       पूण्ण्वमा दत्त                                         इनिैक की स्ापना 1984 में ह ु ई ्ी और उसने भारत की ववशाि प्राक ृ ततक
       ववरासत लशषिा और संचार सेवा (एच.ई.सी.एस)                और सांसक ृ ततक ववरासत के  संरषिण और परररषिण के  लिए हर संभव प्रयास
       भारतीय सांसक ृ ततक तनधध(इंिैक)                         ककए।
       71, िोदी एसिेि, नई हद्िी -110003
       िेिीिोन: (011) 24641304, 24645482, िै ्स: (011) 24611290  संस्ा के  बहहतन्मयमों में बताए अनुसार इनिैक का प्रा्लमक उददेशय आम
       ईमेि: [email protected]  वेबसाइि: www.youngintach.org  जनता में भारत की सांसक ृ ततक और प्राक ृ ततक ववरासत के  संरषिण के  प्रतत
                                                              जागरूकता पैदा करना और अतीत के  अनुभव और कौशि के  प्रतत सममान
                                                              व उसके  बारे में जानकारी प्रापत करना।
      श्ेय               संदभ्व
      पूणण्ममा दत्त      1.  सी.  पी.  खरे,  इंडडयन  मेडडलसनि   इनिैक के  बारे में अधधक जानने के  लिए वेबसाइि www.intach.org देखें।
                            पिांटस: एन इिसट्ेिेड डड्शनरी       ववरासत संबंधी लशषिा के  महतव को समझते ह ु ए इनिैक ने 1998 में हेररिेज
      शोि, विषय विसतार और संक्लन  2.  रमा  शंकर,  एम.  एस  रावत,   लशषिा और संचार सेवा (एच.ई.सी.एस) की स्ापना की। तब से एच.ई.सी.
      चांदनी सेनगुप्ता      आर  मजूमदार,  डी.  बरुआ,  और      एस ने  ववलभनन िक्षित समूहों के  लिए कई अिग−अिग प्रकार के  प्रलशषिण
                            बी.के .  भरािी,  मेडडलसनि  पिांटस
      संपादन                यूज़ड  इन  लमज़ोरम,  व्ड्म  जन्मि  ऑि  साइंस  एंड   काय्मक्रम आरंभ ककए हैं: साव्मजतनक, वयावसातयक समूहों, शहर और स्ानीय
      बाशोबी बैनजजी         िे्नोिॉजजी 2012, 2 (12) :42-45    अधधकाररयों क् लिए, हमारे इनिैक अधयायों, सक ू ि और कॉिेज के  लशषिकों
                                                              और छात्ों के  लिए। इन काय्मक्रमों का उददेशय नागररकों को हमारे प्राक ृ ततक,
                         3.  रमा शंकर, जी एस िावेकर,  एस देब, बीके  शमा्म,
      मभुद््ण और डडजाइन
                            ट्ैडडशनि हीलिंग प्रैज्िस एंड िोक मेडडलसनस यूजड   सांसक ृ ततक और जीववत ववरासत के  संरषिण और परररषिण के  लिए जागरूक
      किरकॉम एडविा्मइजज़ंग  बाई लमलशंग कमयूतनिी ऑि नॉ््म ईसि इंडडया, जन्मि   बनाना है।
                            ऑि आयुववेद एंड इंहिग्रेिेड मेडडलसन, 2012, 3 (3)
      सक भु्व ्लेशन और सदसयता                                 एच.ई.सी.एस पररयोजनाओं और प्रकाशनों के  बारे में अधधक जानने के  लिए
                            124-129
      मोबी सारा ज़काररया                                      वेबसाइि www.youngintach.org  देखें।
                         4.  अशोक  क ु मार पांडा और संग्राम लमश्ा, सम त्बिीि,
                            प्रैज्िस  एंड  प्रौसपै्टस  ऑि  िोक  हीिस्म  ऑि   हम संसक ृ तत मंत्ािय के  प्रतत आभारी हैं कक वह बचचों के  त्ैमालसक ववरासत
      पािती                 लसज्कम, इंडडयन जन्मि ऑि ट्ैडडशनि नॉिेज 2012,   नयूजिेिर यंग इनिैक, को प्रायोजजत कर रहे हैं। इस पत् के  िगभग 75,000
      नैना भान
                            11 (2): 369-373                   पाठक हैं और यह संखया प्रतयेक अंक के  सात बढ़ती जा रही है।
                                    भारत सरकार के  संसक कृ तत मंरिा्लय दवारा प्ायोबजत
      1        2         3        4         5        6         7        8         9       10        11       12
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